मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में खेलों के प्रति युवाओं में उत्साह जगाने के लिए ‘‘खेलबो जीतबो गढ़बो नवा छत्तीसगढ़‘‘ नारा दिया है। उनकी पहल पर खेलों के विकास और विभिन्न खेल अकादमियों इकाइयों में समन्वय के लिए छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर की नई खेल सुविधाएं विकसित होने से युवाओं में खेलों के प्रति रूझान बढ़ा है। राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों भौरा, गेड़ी दौड़ और फुगड़ी सहित अन्य खेलों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। युवा उत्सव के दौरान प्रदेश की राजधानी सहित जिलों में पारंपरिक खेलों का भी आयोजन किया जाता है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में पिछले तीन वर्षों में खेल अधोसंरचना और विभिन्न खेल सुविधाओं की बढ़ोतरी के लिए अनेक कार्य किए गए हैं। बिलासपुर के बहतराई में स्वर्गीय बी.आर. यादव के नाम से संचालित खेल अकादमी में एथलेटिक्स, आर्चरी एवं हॉकी के लिए आवासीय प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। रायपुर में सरदार वल्लभभाई पटेल अंतराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम परिसर में स्वर्गीय कोदुराम वर्मा धनुर्विधा आवासीय अकादमी की स्थापना की गई है। दोंनो आवासीय अकादमी में खिलाड़ियों को निःशुल्क भोजन, खेल प्रशिक्षण, छात्रवृत्ति एवं बीमा के साथ-साथ शिक्षा की भी व्यवस्था की जाएगी। इन आकदमियांे के लिए खिलाड़ियों के साथ अन्य कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है।
इसी तरह रायपुर के स्वामी विवेकानंद स्टेडियम में गैर आवासीय बालिका फुटबाल अकादमी एवं गैर अवासीय बालक-बालिका एथलेटिक अकादमी तैयार की गई है। टेनिस खेल के लिए राज्य मंे बेहतर सुविधा विकसित हो इसके लिए लाभांडी रायपुर मंे अंतर्राष्ट्रीय स्तर के टेनिस स्टेडियम एवं अकादमी का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए 17 करोड़ 75 लाख से अधिक की राशि स्वीकृत की जा चुकी है।
राज्य में रायपुर, बिलासपुर राजनांदगांव और जशपुर में अंतराष्ट्रीय स्तर के हाकी स्टेडियम बन कर तैयार है। खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत एक करोड़ रूपये की प्रोत्साहन राशि का प्रावधान किया गया है।
राज्य में खेलों के विकास के लिए वित्तीय वर्ष 2020-21 मंे विभागीय मान्यता प्राप्त खेल संघ एवं संस्थाओं को एक करोड़ 30 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। इसी तरह वर्ष 2021-22 में नवंबर माह तक लगभग 60 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। दुर्ग जिलें में जुडो अकादमी भवन निर्माण की स्वीकृति भी दी गई है। महासमुंद में 6 करोड़ 60 लाख की लागत से सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक निर्माण, अंबिकापुर मंे 4 करोड़ 50 लाख की लागत से बनने वाली मल्टीपरपज इण्डोर हाल के निर्माण की स्वीकृति एवं बस्तर के इंदिरा प्रियदर्शनी स्टेडियम में 5 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली सिंथेटिक टर्फ फुटबाल मैदान गाथ की रनिंग ट्रेक निर्माण की स्वीकृति भारत सरकार से मिल चुकी है।
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- "जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।
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