दिनांक : 15-Nov-2024 02:14 PM
Follow us : Youtube | Facebook | Twitter
Shadow

छत्तीसगढ़ राज्योत्सव-2024 : महिलाओं से जुड़ी योजनाओं को लेकर दिखा उत्साह

04/11/2024 posted by Priyanka (Media Desk) Chhattisgarh, India    

छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के मौके पर नवा रायपुर स्थित मेला स्थल पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा राज्य और केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को आकर्षक ढंग से प्रदर्शित किया गया है। यहां महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। स्टॉल में महतारी वंदन योजना, छत्तीसगढ़ महिला कोष ऋण योजना, महिला हेल्पलाइन नंबर 181, सखी वन स्टॉप सेंटर, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ जैसी महत्वपूर्ण योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया है।

छत्तीसगढ़ की महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से महतारी वंदन योजना जैसी एक महत्वाकांक्षी योजना संचालित की जा रही है। इस  योजना के माध्यम से लगभग 70 लाख महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए की राशि प्रदान की जा रही है। महिला हेल्पलाइन नंबर 181 द्वारा राज्य के सभी महिलाओं को शारीरिक या मानसिक हिंसा या अन्य मामलों पर त्वरित सहायता उपलब्ध कराई जाती है।

इसी तरह सखी वन स्टॉप सेंटर पीड़ित व संकटग्रस्त, जरूरतमंद महिला सभी को एक ही छत के नीचे तत्काल सहायता प्रदान की जाती है। छत्तीसगढ़ महिला कोष ऋण योजना से महिला स्वसहायता समूहों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है इसी प्रकार खर्चीली विवाह को रोकने के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना भी संचालित की जा रही है। ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ जैसी महत्वपूर्ण योजना से बच्चों के जन्म के समय लिंग चयन तथा विभेद को समाप्त कर बालिकाओं की सुरक्षा एवं उनकी शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के माध्यम से पात्र गर्भवती महिला को स्वास्थ्यगत लाभ भी पहुंचाया जा रहा है एवं पोषण के लिए प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है।

Author Profile

Priyanka (Media Desk)
Priyanka (Media Desk)प्रियंका (Media Desk)
"जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।