स्वयंसिद्धा बनीं दिव्यांग महिलाएं : ‘फुलझर कलेवा’ में बिखेर रहीं छत्तीसगढ़ी स्वाद और संस्कृति का खजाना
रायपुर। महिलाएं अब घरों की चार दीवारी तक ही सीमित न रहकर अपनी कार्यकुशलता और क्षमता से परिवार का नाम रोशन करने के साथ समाज के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत बन रहीं हैं। इन्हीं महिलाओं में महासमुंद जिले के बसना जनपद पंचायत परिसर में स्थित ‘‘फुलझर कलेवा’’ का संचालन कर रहीं ज्योति महिला स्व-सहायता समूह, अरेकेल की दिव्यांग महिलाएं भी शामिल हैं, जो अपने हौसलों से समाज के लिए एक मिसाल बन गई हैं। ये महिलाएं न सिर्फ छत्तीसगढ़ी स्वाद का खजाना बिखेर रहीं हैं बल्कि इन्होंने फुलझर कलेवा की दीवालों पर छत्तीसगढ़ की संस्कृति, लोकनृत्य आदि को विभिन्न रंगों के साथ उकेरा है। यहां लोग छत्तीसगढ़ी व्यंजन का लुत्फ उठाने के साथ छत्तीसगढ़ की संस्कृति से परिचित भी हो रहेे हैं।
ज्योति महिला समूह की अध्यक्ष कुमारी देवांगन ने बताया कि उनका उद्देश्य छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक परम्पराओं को संरक्षित करते हुए पारम्परिक खान-पान, व्यं...