600 साल पुरानी परंपरा : महाराज भंजदेव ने बस्तर की माई को दिया दशहरे का न्योता
बस्तर दशहरा में शामिल होने मावली माताजी को न्योता देने बस्तर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य कमलचंद भंजदेव सहित अन्य सदस्य शुक्रवार को दंतेवाड़ा पहुंचे। यहां पहले मां दंतेश्वरी मंदिर और फिर मावली माताजी के मंदिर में विधि-विधान से पूजा अर्चना की। बस्तर दशहरा में शामिल होने का न्योता दिया। कमलचंद भंजदेव ने कहा कि यह परंपरा करीब 600 साल पुरानी है। पंचमी के दिन मां दंतेश्वरी को न्योता दिया जाता है। जिसे मंगल न्योता कहा जाता है।
राज परिवार का सदस्य होने के नाते मैं एक पत्रक लेकर आता हूं, और मां दंतेश्वरी और मां मावली से निवेदन करता हूं कि वे बस्तर दशहरा में शामिल होने जगदलपुर आएं। जब वे आएंगी तो मैं उनकी पूजा अर्चना करूंगा। उनका स्वागत करूंगा। पहले के जमाने में निमंत्रण चांदी के पत्रक में लिखा जाता था। लेकिन, अब जो पत्र हम भेंट करते हैं वो एक चमकीले कपड़े में लिखा होता है। कपड़ा बेहद पतला होता है। ...