दिनांक : 31-Jul-2025 09:54 PM
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Tribal Area News and Welfare

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय: सिमट रहा बस्तर से माओवादी आतंक, बदल रही बस्तर की पहचान

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय: सिमट रहा बस्तर से माओवादी आतंक, बदल रही बस्तर की पहचान

Chhattisgarh, Tribal Area News and Welfare
इस वर्ष जब मैं नये साल में अखबार पढ़ रहा था तो समाचारपत्रों के मुख्य पृष्ठ में बस्तर सुर्खियों में था। यह सुर्खियां किसी माओवादी हिंसा को लेकर नहीं थी, यह सुर्खियां बस्तर में पहुंचे विकास के उजाले को लेकर थी। बस्तर से माओवादी आतंक अब सिमट गया है। बस्तर की पहचान अब बदल गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बस्तर जिला पत्रकार संघ के नव निर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि बस्तर की अपनी चुनौतियां है और इस चुनौती भरे माहौल में पत्रकारिता करना भी चुनौतीपूर्ण कार्य है। बस्तर में आम जनता के उम्मीदों, विचारों और समस्याओं का आइना बनकर शासन-प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत करने के आप सभी के प्रयासों को नमन है। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में पत्रकारिता के उच्च आदर्शों का पालन कर सरकार के अच्छे काम की जानक...
रायपुर : तेन्दूपत्ता संग्रहण प्रक्रिया की होगी ऑनलाईन मॉनिटरिंग

रायपुर : तेन्दूपत्ता संग्रहण प्रक्रिया की होगी ऑनलाईन मॉनिटरिंग

Chhattisgarh, Tribal Area News and Welfare
राज्य में तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए इस साल से ऑनलाइन सॉफ़्टवेयर के माध्यम से निगरानी की जाएगी। यह जानकारी आज छत्तीसगढ़ के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप की अध्यक्षता में आयोजित वनोपज राजकीय व्यापार अंतर्विभागीय समिति की बैठक दी गई। नवा रायपुर स्थित मंत्री निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में तेन्दूपत्ता संग्रहण, बांस की बहुउद्देशीय उपयोगिता और वनवासियों की आय बढ़ाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। राज्य में वर्तमान में तेन्दूपत्ता संग्राहकों से 5500 रूपए प्रति मानक बोरा की दर से क्रय किया जा रहा है। निजी क्रेताओं को प्रतिभूति राशि जमा करने की अवधि में 15 दिन का अतिरिक्त समय देने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही निजी गोदामों में भंडारण हेतु जमा सुरक्षा निधि की 100 प्रतिशत वापसी की सहमति भी दी गई। बैठक में प्रबंध संचालक, वन विकास नि...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वर्चुअल उपस्थिति में छत्तीसगढ़ के 17 जिलों में ग्रामीण आबादी वाले रहवासियों को मिलेगा मालिकाना हक

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वर्चुअल उपस्थिति में छत्तीसगढ़ के 17 जिलों में ग्रामीण आबादी वाले रहवासियों को मिलेगा मालिकाना हक

Chhattisgarh, India, Tribal Area News and Welfare
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की वर्चुअल उपस्थिति में 27 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के 10 जिलों में स्वामित्व योजना के तहत ग्रामीण आबादी वाले क्षेत्रों में ग्रामीण रहवासियों को मालिकाना हक देने के साथ रिकॉर्ड ऑफ राइट्स प्रदान किया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी स्वामित्व योजना के तहत पूरे देश में 57 लाख से अधिक सम्पत्ति कार्ड का वितरण करेंगे। इनमें छत्तीसगढ़ के 17 जिलों के 50 हजार से अधिक सम्पत्ति मालिकों के भूमि संबंधी रिकार्डस शामिल हैं। स्वामित्व योजना में मालिकाना हक के साथ ही रिकॉर्ड ऑफ राइट्स प्रदान करने के लिए जिलों में समारोह का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन दोपहर 12:30 बजे से प्रारंभ होगा। इन जिलों में आयोजित होंगे कार्यक्रम मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय धमतरी में आयोजित समारोह में शामिल होंगे। इसी प्रकार उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव कोरबा, उपमुख्यमत्री श्री विजय शर्मा दुर्ग, कृषि...
25 दिसंबर सुशासन दिवस: राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र-पुत्रियों की बस्तियों तक पीएम जनमन योजना से फैली विकास के उजाले की किरण

25 दिसंबर सुशासन दिवस: राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र-पुत्रियों की बस्तियों तक पीएम जनमन योजना से फैली विकास के उजाले की किरण

Chhattisgarh, Tribal Area News and Welfare
विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को राष्ट्रपति जी के दत्तक पुत्र-पुत्रियां कहा जाता था लेकिन आजादी के कई साल बाद तक भी इनकी बस्तियों में शुद्ध पेयजल भी नहीं था। घास फूस के घरों में बिजली कहां से पहुंच पाती और शिक्षा तथा स्वास्थ्य सुविधाएं तो इनके लिए लक्जरी ही समझिये। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस परिस्थिति को पूरी संवेदनशीलता से समझा और उन्हें लगा कि इस परिस्थति को ठीक करने के लिए मामूली प्रयत्नों से कुछ नहीं होगा जब तक एक लक्ष्योन्मुखी वृहत योजना विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए नहीं बनेगी तब तक इनके कल्याण की सूरत नहीं बनेगी। फिर उन्होंने पीएम जनमन योजना लाई और इस एक योजना से उजाले की किरण इन बस्तियों में फैल गई है। पक्के घरों में बिजली पहुंच रही है। बच्चों के लिए स्कूल खोले गये हैं और इन तक पहुंचने के लिए सड़कें भी बनाई जा रही हैं। इस योजना को शुरू हुए अभी एक साल का अरसा भी नहीं बीता ह...
कोण्डागांव: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन में संवर रहा युवाओं का भविष्य, मिलेगी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग सुविधा

कोण्डागांव: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन में संवर रहा युवाओं का भविष्य, मिलेगी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग सुविधा

Chhattisgarh, Kondagaon, Tribal Area News and Welfare
वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री तथा कोण्डागांव जिले के प्रभारी मंत्री श्री लखनलाल देवांगन ने आज कोण्डागांव जिले में युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग सुविधा का शुभारंभ किया। प्रभारी मंत्री श्री देवांगन ने आज स्थानीय ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में जिला प्रशासन द्वारा दी जा रही परीक्षा की तैयारियों के लिए युवाओं को किट प्रदाय किया। प्रभारी मंत्री श्री देवांगन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा खनिज न्यास निधि की राशि का उपयोग जिले के विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। डीएमएफ की राशि से आज जिले के बच्चों को निःशुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है, जो सराहनीय है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप राज्य के युवाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने और उनके भविष्य को संवारने का कार्य किय...
गरियाबंद : हर्बल उत्पादों महिलाएं हो रही आत्मनिर्भर, आधुनिक ब्रांडिंग और विशेषज्ञों द्वारा 13 उत्पादों को बाजार में मिली नई पहचान

गरियाबंद : हर्बल उत्पादों महिलाएं हो रही आत्मनिर्भर, आधुनिक ब्रांडिंग और विशेषज्ञों द्वारा 13 उत्पादों को बाजार में मिली नई पहचान

Chhattisgarh, Gariabandh, Tribal Area News and Welfare
छत्तीसगढ़ राज्य में वन विभाग द्वारा स्थापित वन धन विकास केन्द्र में आयमूलक गतिविधियां संचालित की जा रही है। इस संस्था से जुड़कर वनांचल के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहा है। आधुनिक ब्रांडिंग और विशेषज्ञों के प्रशिक्षण से इन उत्पादों को बाजार में नई पहचान मिली है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में वन धन विकास केंद्र केशोड़ार की महिलाओं ने लगभग 82 लाख 50 हजार रूपए की हर्बल उत्पादों का विक्रय किया, जिसमें केन्द्र को 15 लाख रूपए की शुद्ध आय हुई है। यह पीवीटीजी वनधन विकास केंद्र की महिलाओं को स्थायी आजीविका प्रदान करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। गरियाबंद जिले के केशोड़ार गांव में स्थित पीवीटीजी (विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह की महिलाएं) वन-धन विकास केंद्र से परंपरागत ज्ञान और आधुनिक तकनीक की सहायता से ग्रामीण महिलाओं के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव आया है। सभी...
रायपुर : तेंदूपत्ता पारिश्रमिक से बच्चों की पढ़ाई हो रही है आसान: राकेश्वरी ध्रुव

रायपुर : तेंदूपत्ता पारिश्रमिक से बच्चों की पढ़ाई हो रही है आसान: राकेश्वरी ध्रुव

Chhattisgarh, Tribal Area News and Welfare
ग्राम सोरम की श्रीमती राकेश्वरी ध्रुव बतातीं हैं कि वे तेन्दूपत्ता तोड़ने जातीं हैं और जंगल में भी काम करतीं हैं। उन्होंने बताया कि पहले तेन्दूपत्ता संग्रहण प्रति मानक बोरा 4 हजार रूपये मिलता था, अब हमें 5 हजार 500 रूपये मिल रहा है, जिससे परिवार के खर्च पूरा चला लेतीं हैं और बच्चों की पढ़ाई तथा अन्य आवश्यक जरूरतों में भी राशि को खर्च कर रहें हैं। इसके लिए उन्होंने प्रदेश के मुखिया श्री विष्णु देवा साय का धन्यवाद ज्ञापित किया। धमतरी जिले के 29 हजार 830 संग्राहकों को 13 करोड़ दो लाख 23 हजार 940 रुपये का भुगतान किया जा चुका है। हरा सोना के नाम से जाना जाने वाला तेंदूपत्ता का संग्रहण ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के अतिरिक्त आय का एक पूरक स्त्रोत है। छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर तेंदूपत्ता का संग्रहण लघु वनोपज के रूप में किया जाता है। लाखों ग्रामीण इस कार्य से सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। मुख्यमंत्री ...
आत्मसमर्पित नक्सलियों एवं नक्सल पीड़ित परिवारों को पुनर्वास नीति के तहत मिलेगा आवास: मुख्यमंत्र विष्णु देव साय

आत्मसमर्पित नक्सलियों एवं नक्सल पीड़ित परिवारों को पुनर्वास नीति के तहत मिलेगा आवास: मुख्यमंत्र विष्णु देव साय

Chhattisgarh, Tribal Area News and Welfare
छत्तीसगढ़ सरकार ने आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल पीड़ित परिवारों के पुनर्वास के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत 15,000 आवासों की स्वीकृति प्रदान की है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले आत्मसमर्पित नक्सलियों और पीड़ित परिवारों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए यह पहल एक बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत 15,000 आवास केवल मकान नहीं बल्कि उन परिवारों के लिए सम्मान और सुरक्षा का प्रतीक हैं। हमारी सरकार इस योजना को पूरी पारदर्शिता और तत्परता के साथ लागू करेगी। उन्होंने कहा कि यह योजना प्रदेश के विकास और शांति स्थापना की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। उन्होंने कहा कि नक्सल पीड़ित परिवारों और आत्मसमर्पित नक्सलियों को बेहतर जीवन देने के लिए...
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ के शपथ ग्रहण समारोह में हुए शामिल

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ के शपथ ग्रहण समारोह में हुए शामिल

Chhattisgarh, Raipur, Tribal Area News and Welfare
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा छत्तीसगढ़ का अनुसूचित जनजाति समाज हमारी सांस्कृतिक धरोहर, परंपराओं और मूल्यों का संवाहक है। मुख्यमंत्री ने लोकसंस्कृति पर केंद्रित श्री डुमन लाल ध्रुव की किताब ‘‘लोक जीवन के बदलते संदर्भ‘‘ और छत्तीसगढ़ी कहानियों के संग्रह ‘‘मन के पाखी‘‘ का विमोचन किया। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जनजाति समाज के विकास और उत्थान के लिए राज्य शासन के प्रयासों के साथ-साथ आप सभी की सहभागिता और समर्पण महत्वपूर्ण है। जनजातीय समाज के कल्याण के लिए यह स्वर्णिम समय है। राज्य और केन्द्र सर...
बिहान योजना से निर्मला मौर्य बनी आत्मनिर्भर, लखपति दीदी बनने संघर्ष की कहानी, निर्मला मौर्य की जुबानी

बिहान योजना से निर्मला मौर्य बनी आत्मनिर्भर, लखपति दीदी बनने संघर्ष की कहानी, निर्मला मौर्य की जुबानी

Chhattisgarh, Tribal Area News and Welfare, Vishesh Lekh
बिहान योजना ने छत्तीसगढ़ में महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने में एक अहम भूमिका निभाई है। इस योजना ने न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है, बल्कि उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का मार्ग भी प्रशस्त किया है। इसी क्रम में जिले के मनेन्द्रगढ़ विकासखंड के चनवारीडांड निवासी श्रीमती निर्मला मौर्य की प्रेरणादायक कहानी एक मिसाल बनकर उभरी है। उनकी दृढ़ता और मेहनत ने उन्हें एक सफल उद्यमी के रूप में स्थापित किया है, और आज निर्मला मौर्य “लखपति दीदी“ के नाम से जानी जाती हैं। निर्मला मौर्य का प्रेरणादायक संघर्ष- श्रीमती निर्मला मौर्य का जीवन पहले आर्थिक तंगी और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच संघर्ष में बीत रहा था। उनके परिवार की आय का कोई स्थायी स्रोत नहीं था, और परिस्थितियां बेहद कठिन था। इसी बीच उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना के बारे में जानकारी मिली। उन्होंने...