छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में बुखार से पीड़ित 13 साल की छात्रा को झोलाछाप डॉक्टर ने बगैर किसी जांच के इंजेक्शन लगा दिया। इससे छात्रा के चेहरे और अन्य जगहों पर फफोले पड़ गए हैं। गंभीर हालत में छात्रा का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पूरा मामला पारागांव का है। मिली जानकारी के मुताबिक छात्रा का नाम सकुंतला है।
इंजेक्शन लगाने के बाद छात्रा की हालत बिगड़ गई। पूरे शरीर में फफोले पड़ने लगे। मामले की पोल न खुल जाए, इसलिए झोलाछाप ने सरकारी अस्पताल के बजाए अपने संपर्क के नवापारा के निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। निजी अस्पताल के डॉक्टर केके गजभिए ने कहा कि स्किन में काफी इन्फेक्शन फैला गया है। अस्पताल में इलाज चल रहा है। अभी बहुत कुछ सुधार आ गया है। लगातार हमारी टीम इलाज कर रही है, जल्द ठीक कर डिस्चार्ज किया जाएगा। गरियाबंद जिले में बड़ी तादाद में झोलाछाप डॉक्टरों की लंबी लिस्ट है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है।