दिनांक : 13-Oct-2025 06:49 AM
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धान के कटोरे से सुपर फूड की ओर : मखाना की खेती बनी महिलाओं के लिए समृद्धि की आधार

धान के कटोरे से सुपर फूड की ओर : मखाना की खेती बनी महिलाओं के लिए समृद्धि की आधार

Chhattisgarh
मखाने की आधुनिक खेती किसानों और महिला स्व-सहायता समूहों के लिए आय बढ़ाने का नया मार्ग है। यह पहल न केवल आर्थिक रूप से लाभकारी है बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी समाज को नई दिशा देने वाली है। प्रशासन का उद्देश्य है कि आने वाले वर्षों में मखाना खेती को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित कर किसानों को धान के बेहतर विकल्प के रूप में उपलब्ध कराया जाए। धमतरी में सुपर फूड मखाना, जिसे काला हीरा भी कहा जाता है,से अपनी पहचान बना रहा है। स्वास्थ्यवर्धक और पोषक तत्वों से भरपूर मखाने की खेती ने जिले के किसानों और महिला स्व-सहायता समूहों के जीवन में नई उम्मीदें जगा दी हैं। जिला प्रशासन ने इसे प्राथमिकता देते हुए धान की खेती के विकल्प के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया है, ताकि किसानों की आमदनी दोगुनी हो सके और ग्रामीण आजीविका को मजबूती मिले। कुरूद विकासखंड के ग्राम राखी, दरगहन और सरसोंपुरी को पायलट प्रोजेक...
जशपुर में कृषि क्रांति लाने मुख्यमंत्री ने किसान कॉल सेंटर का किया शुभारम्भ

जशपुर में कृषि क्रांति लाने मुख्यमंत्री ने किसान कॉल सेंटर का किया शुभारम्भ

Chhattisgarh
जिले के किसानों के हित में चलाई जाने वाले कृषि क्रांति अभियान अंतर्गत आज किसान कॉल सेंटर एग्रीबिड और बाजार व्यवस्था को सरल बनाने के उद्देश्य से क्यू आर कोड आधारित जी कॉम इंडिया का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा अपने बगिया स्थित निज निवास कार्यालय से किया गया। इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा, सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष श्रीमती गोमती साय, विधायक जशपुर श्रीमती रायमुनी भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जिले में कृषि के साथ उद्यानिकी फसलों के लिए भी उपयुक्त वातावरण उपलब्ध है। वर्तमान में जिले में आम, लीची, नाशपाती के साथ चाय, टाऊ, कटहल जैसी फसलों का भी बहुतायत में उत्पादन हो रहा है। ऐसे में किसानों के पास बाजारों के विकल्प के ना होने से उन्...
वनभूमि कब्ज़ाधारी किसान ने कब्जा छोड़कर पेश की अनूठी मिशाल

वनभूमि कब्ज़ाधारी किसान ने कब्जा छोड़कर पेश की अनूठी मिशाल

Chhattisgarh
वनमंत्री श्री केदार कश्यप आज अपने बस्तर प्रवास के दौरान बेसोली में आयोजित वन महोत्सव में सम्मिलित हुए। जहाँ उन्होंने पीपलवांड ग्राम पंचायत में वन विभाग के जमीन पर गांव के निवासी सोन सिंह पिता पदम से वन भूमि पर किया गया कब्जा छोड़ने का आग्रह किया। इस पर किसान ने अपनी कब्जे वाली वनभूमि को ग्रामवासियों के समक्ष लिखित में वापस की और भविष्य में ऐसा कार्य नहीं करने की प्रतिज्ञा भी ली। वनमंत्री श्री केदार कश्यप ने किसान सोनसिंह के इस निर्णय को अनुकरणीय बताया है। उन्होंने कहा कि यह एक अनूठी पहल है। सोनसिंह के इस कार्य से अन्य लोग भी प्रभावित होकर समाज हित में वनभूमि से कब्जा छोड़ने का निर्णय लेंगे। पीपलवांड के सरपंच श्री केशव और ग्रामीणों ने उनकी इस मिसाल का स्वागत कर उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया । वन विभाग के उच्च अधिकारी मुख्य वन संरक्षक श्री आर सी दुग्गा एवं वन वनमंडलाधिकारी श्री उत्तम गुप्ता क...
छत्तीसगढ़ के धान ने आकर्षित किया उज्बेकिस्तान के वैज्ञानिकों को

छत्तीसगढ़ के धान ने आकर्षित किया उज्बेकिस्तान के वैज्ञानिकों को

Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ के धान की विलक्षण जैव विविधता एवं उत्पादन तकनीक ने उज्बेकिस्तान के डेनाऊ इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरप्रेन्योरशिप एंड पेडागॉजी के रेक्टर प्रो. ओयबेक आब्दीमुमीनोविच रोज़िव को गहराई से प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि उनके संस्थान ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के साथ कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान सहयोग हेतु समझौता किया है। प्रो. रोज़िव आज रायपुर में आयोजित “कृषि में अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा एवं अनुसंधान सहयोग” विषयक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर दोनों संस्थानों के मध्य शिक्षा एवं अनुसंधान में सहयोग हेतु समझौता पत्रों का आदान-प्रदान हुआ। समझौते के तहत कृषि, पर्यावरण, जल संरक्षण, सगंध एवं औषधीय पौधों का उत्पादन, खाद्य प्रसंस्करण, जैव प्रौद्योगिकी और उद्यमिता विकास जैसे क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान कार्य किए जाएंगे। इससे इंदिरा गांधी कृषि विश्ववि...
पी.एम फसल बीमा योजना: किसान 31 अगस्त तक बीमा करा सकते हैं

पी.एम फसल बीमा योजना: किसान 31 अगस्त तक बीमा करा सकते हैं

Chhattisgarh
किसानों की सुविधा के देखते हुए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना बीमा कराने की तिथि बढ़ा दी गई है। अऋणी किसान अब 14 अगस्त और ऋणी किसान 31 अगस्त तक 2025 तक बीमा करा सकेंगे। राजनांदगांव जिले के उप संचालक कृषि, श्री टीकम सिंह ठाकुर ने किसानों से अपनी फसलों का बीमा कराने लिए निकटतम लोक सेवा केंद्र, बैंक या समिति में संपर्क कर शीघ्र बीमा कराने की अपील की है। राजनांदगांव के उपसंचालक कृषि ने बताया कि जिले में वर्ष 2025 में अब तक 1,065.81 हेक्टेयर रकबे का फसल बीमा कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जिले में वर्ष 2024 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कुल 1 लाख 17 हज़ार 866 किसानों ने बीमा कराया है। इनमें 1 लाख 9 हज़ार 178 ऋणी किसान और 8 हज़ार 688 अऋणी किसान शामिल थे। इस अवधि में कुल 1 लाख 43 हज़ार 465.56 हेक्टेयर रकबे का बीमा हुआ। फसल कटाई उपरांत प्राप्त उपज आंकड़ों के आधार पर 2,733 किसानों को कुल 6...
इको पर्यटन के साथ कृषि पर्यटन को जोड़ने वन विभाग की पहल

इको पर्यटन के साथ कृषि पर्यटन को जोड़ने वन विभाग की पहल

Chhattisgarh
वन विभाग द्वारा बलौदाबाजार के  कसडोल ब्लॉक के  वनांचल क्षेत्र  में स्थित ग्राम अचानकपुर में  कृषि को ईको पर्यटन के साथ जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। इस पहल के अंतर्गत अचानकपुर ग्राम में संचालित देवहिल नेचर रिसॉर्ट  के साथ गांव के कृषकों को परंपरागत फसल जैसे कोदो , सुगंधित धान की वैरायटी– विष्णुभोग एवं दुबराज की खेती के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है l वनमंडल अधिकारी  गणवीर धम्मशील के मार्गदर्शन में एसीएफ (प्रशिक्षु) गजेन्द्र वर्मा, परिक्षेत्र अधिकारी श्री संतोष कुमार पैकरा एवं बीएफओ  योगेश सोनवानी  द्वारा ग्रामीणों को इस पहल के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैl संयुक्त वन प्रबंधन समिति के माध्यम से स्थानीय ग्रामीणों को जैविक खेती की ओर प्रेरित किया गया जिससे न केवल वनों के संरक्षण बल्कि स्थानीय आजीविका और पोषण सुरक्षा को भी बल मिलेगा।साथ ही यह क्षेत्र अब कृषि पर्यटन के रूप में...
सहकारी समिति बरोंडाबाज़ार में सुगम खाद वितरण व्यवस्था: किसानों ने जताई खुशी

सहकारी समिति बरोंडाबाज़ार में सुगम खाद वितरण व्यवस्था: किसानों ने जताई खुशी

Chhattisgarh
वर्तमान में मानसून सीजन का समय है ऐसे में किसानों के लिए समय पर खाद व बीज का इंतजाम करना किसी चुनौती से कम नहीं होता। महासमुंद जिले में खाद भण्डारण एवं वितरण की समुचित व्यवस्था से किसान संतुष्ट दिखाई दे रहे हैं। कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह द्वारा नियमित समीक्षा की जा रही है। जिससे किसानों को उपलब्ध खाद का आवश्यकतानुसार वितरण किया जा रहा है। जिले में अब तक 35798 टन खाद का भण्डारण किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों के सहकारी समितियों के माध्यम से भी खाद का वितरण सुनिश्चित किया जा रहा है। ऐेसे ही 10 जुलाई की स्थिति में सहकारी समिति बरोंडाबाज़ार में खाद की उपलब्धता एवं वितरण की व्यवस्था से किसान खुश नजर आ रहे हैं। समिति प्रबंधक ने बताया कि समिति में अब तक यूरिया 66.60 टन, सुपर फॉस्फेट 50 टन, पोटाश 25 टन, डी.ए.पी. 50 टन तथा एन.पी.के. 25 टन का भंडारण किया गया है, जिसमें से 51.010 टन खाद अभी भी विक्...
किसानों के खुशहाली की राह बनी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना

किसानों के खुशहाली की राह बनी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना

Chhattisgarh
किसानों के जीवन में नया उजाला लेकर आई है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना। यह योजना केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि एक नई उम्मीद बनकर उभरी है। रायपुर जिले के अभनपुर विकासखंड के ग्राम धुसेरा निवासी श्री मनहरण बैस को इस योजना के लाभ मिला है। श्री बैस एक परिश्रमी किसान, जिनके कंधों पर पूरे पांच सदस्यीय परिवार की ज़िम्मेदारी है। उनके लिए हर मौसम एक नई चुनौती लेकर आता है। कभी सूखा, कभी अतिवृष्टि, कभी फसल का घाटा। ऐसे में यह योजना उनके लिए किसी संजीवनी से कम नहीं रही।अब तक मिल चुकी हैं 18 किस्तें, यानी कुल 36,000 रूपए की सहायता। यह रकम सीधे डीबीटी के ज़रिए उनके खाते में आती रही, जिससे उनकी खेती-किसानी को नया संबल मिला है। मनहरण कहते हैं कि कभी-कभी फसल में नुकसान हो जाता है, तब यह 2000 रुपए की किश्त बहुत बड़ा सहारा बन जाती है। इससे खाद-बीज खरीदने, खेत की जुताई करने और परिवार की आवश्यकताओं को प...
मेगा ऑयल पॉम प्लांटेशन ड्राइव से जुड़ रहे किसान, प्रति एकड़ एक लाख रूपए तक आमदनी

मेगा ऑयल पॉम प्लांटेशन ड्राइव से जुड़ रहे किसान, प्रति एकड़ एक लाख रूपए तक आमदनी

Chhattisgarh
केंद्र पोषित नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल पॉम योजना अंतर्गत रायगढ़ जिले में चल रही मेगा प्लांटेशन ड्राइव से किसानों को ऑयल पॉम की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। रायगढ़ में किसान इस योजना का लाभ ले रहे हैं। घरघोड़ा विकासखंड के बरौनाकुंडा में 6 किसानों ने 20 एकड़ में ऑयल पॉम के पौधे लगा रहे हैं। जिनमें श्री सुरजित सिंह राठिया, पवन साय राठिया, सगुन साय राठिया, श्रीमती जेमाबाई राठिया, जैनकुंवर राठिया तथा मोचन साय राठिया शामिल हैं। उद्यानिकी विभाग के अधिकारी ने बताया कि ऑयल पॉम पौध रोपण के 03 से 04 वर्ष बाद फलन प्रारंभ होने पर प्रति एकड़ 60 हजार रूपये तथा पौधों के बढ़ते उम्र में अधिक उत्पादन से 1 लाख रूपये तक की आमदनी कृषकों को लगातार 25 से 30 वर्षों तक प्राप्त होगी। रायगढ़ जिले में ऑयल पॉम की खेती हेतु गोदरेज एग्रोवेट कंपनी से शासन का अनुबंध हुआ है। अनुबंध के तहत कंपनी द्वारा प्लांटिंग मटेरियल...
सहकारी समितियों के माध्यम से खाद और बीज की पर्याप्त आपूर्ति

सहकारी समितियों के माध्यम से खाद और बीज की पर्याप्त आपूर्ति

Chhattisgarh
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर के मार्गदर्शन में प्राथमिक सेवा सहकारी समितियों में खाद की आपूर्ति और भंडारण की कार्यवाही की जा रही है। कबीरधाम जिले में स्थापित डबल लॉक केन्द्रों में वर्तमान में 3,128 मीट्रिक टन खाद सुरक्षित भण्डारित है। कृषकों की मांग के अनुसार खाद की सतत आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। अब तक कुल निर्धारित 55,864 मीट्रिक टन लक्ष्य के विरुद्ध 39,322 मीट्रिक टन खाद का भण्डारण और 35,201 मीट्रिक टन खाद का वितरण किया जा चुका है। यह आंकड़ा कुल लक्ष्य का लगभग 70 प्रतिशत है। उप संचालक कृषि श्री अमित मोहंती ने जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को डी.ए.पी. खाद के साथ-साथ वैकल्पिक उर्वरकों जैसे एन.पी.के. एवं एस.एस.पी. की ओर भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। मैदानी अमलों द्वारा गांव-गांव जाकर कृषकों को जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, जिससे...