दिनांक : 12-Jul-2025 03:17 PM
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सहकारी समिति बरोंडाबाज़ार में सुगम खाद वितरण व्यवस्था: किसानों ने जताई खुशी

सहकारी समिति बरोंडाबाज़ार में सुगम खाद वितरण व्यवस्था: किसानों ने जताई खुशी

Chhattisgarh
वर्तमान में मानसून सीजन का समय है ऐसे में किसानों के लिए समय पर खाद व बीज का इंतजाम करना किसी चुनौती से कम नहीं होता। महासमुंद जिले में खाद भण्डारण एवं वितरण की समुचित व्यवस्था से किसान संतुष्ट दिखाई दे रहे हैं। कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह द्वारा नियमित समीक्षा की जा रही है। जिससे किसानों को उपलब्ध खाद का आवश्यकतानुसार वितरण किया जा रहा है। जिले में अब तक 35798 टन खाद का भण्डारण किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों के सहकारी समितियों के माध्यम से भी खाद का वितरण सुनिश्चित किया जा रहा है। ऐेसे ही 10 जुलाई की स्थिति में सहकारी समिति बरोंडाबाज़ार में खाद की उपलब्धता एवं वितरण की व्यवस्था से किसान खुश नजर आ रहे हैं। समिति प्रबंधक ने बताया कि समिति में अब तक यूरिया 66.60 टन, सुपर फॉस्फेट 50 टन, पोटाश 25 टन, डी.ए.पी. 50 टन तथा एन.पी.के. 25 टन का भंडारण किया गया है, जिसमें से 51.010 टन खाद अभी भी विक्...
किसानों के खुशहाली की राह बनी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना

किसानों के खुशहाली की राह बनी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना

Chhattisgarh
किसानों के जीवन में नया उजाला लेकर आई है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना। यह योजना केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि एक नई उम्मीद बनकर उभरी है। रायपुर जिले के अभनपुर विकासखंड के ग्राम धुसेरा निवासी श्री मनहरण बैस को इस योजना के लाभ मिला है। श्री बैस एक परिश्रमी किसान, जिनके कंधों पर पूरे पांच सदस्यीय परिवार की ज़िम्मेदारी है। उनके लिए हर मौसम एक नई चुनौती लेकर आता है। कभी सूखा, कभी अतिवृष्टि, कभी फसल का घाटा। ऐसे में यह योजना उनके लिए किसी संजीवनी से कम नहीं रही।अब तक मिल चुकी हैं 18 किस्तें, यानी कुल 36,000 रूपए की सहायता। यह रकम सीधे डीबीटी के ज़रिए उनके खाते में आती रही, जिससे उनकी खेती-किसानी को नया संबल मिला है। मनहरण कहते हैं कि कभी-कभी फसल में नुकसान हो जाता है, तब यह 2000 रुपए की किश्त बहुत बड़ा सहारा बन जाती है। इससे खाद-बीज खरीदने, खेत की जुताई करने और परिवार की आवश्यकताओं को प...
मेगा ऑयल पॉम प्लांटेशन ड्राइव से जुड़ रहे किसान, प्रति एकड़ एक लाख रूपए तक आमदनी

मेगा ऑयल पॉम प्लांटेशन ड्राइव से जुड़ रहे किसान, प्रति एकड़ एक लाख रूपए तक आमदनी

Chhattisgarh
केंद्र पोषित नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल पॉम योजना अंतर्गत रायगढ़ जिले में चल रही मेगा प्लांटेशन ड्राइव से किसानों को ऑयल पॉम की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। रायगढ़ में किसान इस योजना का लाभ ले रहे हैं। घरघोड़ा विकासखंड के बरौनाकुंडा में 6 किसानों ने 20 एकड़ में ऑयल पॉम के पौधे लगा रहे हैं। जिनमें श्री सुरजित सिंह राठिया, पवन साय राठिया, सगुन साय राठिया, श्रीमती जेमाबाई राठिया, जैनकुंवर राठिया तथा मोचन साय राठिया शामिल हैं। उद्यानिकी विभाग के अधिकारी ने बताया कि ऑयल पॉम पौध रोपण के 03 से 04 वर्ष बाद फलन प्रारंभ होने पर प्रति एकड़ 60 हजार रूपये तथा पौधों के बढ़ते उम्र में अधिक उत्पादन से 1 लाख रूपये तक की आमदनी कृषकों को लगातार 25 से 30 वर्षों तक प्राप्त होगी। रायगढ़ जिले में ऑयल पॉम की खेती हेतु गोदरेज एग्रोवेट कंपनी से शासन का अनुबंध हुआ है। अनुबंध के तहत कंपनी द्वारा प्लांटिंग मटेरियल...
सहकारी समितियों के माध्यम से खाद और बीज की पर्याप्त आपूर्ति

सहकारी समितियों के माध्यम से खाद और बीज की पर्याप्त आपूर्ति

Chhattisgarh
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर के मार्गदर्शन में प्राथमिक सेवा सहकारी समितियों में खाद की आपूर्ति और भंडारण की कार्यवाही की जा रही है। कबीरधाम जिले में स्थापित डबल लॉक केन्द्रों में वर्तमान में 3,128 मीट्रिक टन खाद सुरक्षित भण्डारित है। कृषकों की मांग के अनुसार खाद की सतत आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। अब तक कुल निर्धारित 55,864 मीट्रिक टन लक्ष्य के विरुद्ध 39,322 मीट्रिक टन खाद का भण्डारण और 35,201 मीट्रिक टन खाद का वितरण किया जा चुका है। यह आंकड़ा कुल लक्ष्य का लगभग 70 प्रतिशत है। उप संचालक कृषि श्री अमित मोहंती ने जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को डी.ए.पी. खाद के साथ-साथ वैकल्पिक उर्वरकों जैसे एन.पी.के. एवं एस.एस.पी. की ओर भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। मैदानी अमलों द्वारा गांव-गांव जाकर कृषकों को जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, जिससे...
खरीफ सीजन की मजबूत तैयारी, पिछले साल की तुलना में अब तक 141 प्रतिशत सुपर फास्फेट और 125 प्रतिशत एनपीके खाद मिला

खरीफ सीजन की मजबूत तैयारी, पिछले साल की तुलना में अब तक 141 प्रतिशत सुपर फास्फेट और 125 प्रतिशत एनपीके खाद मिला

Chhattisgarh
बेमेतरा जिले में खरीफ फसलों की बोनी लगभग पूर्णता की स्थिति में है। कई जगहों पर धान की रोपाई का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। इस बीच किसानों को खाद और बीज की कोई कमी न हो, इसके लिए बेमेतरा जिला प्रशासन और कृषि विभाग की ओर से व्यापक तैयारी की गई है। जिला प्रशासन द्वारा खरीफ सीजन की तैयारियों की निरंतर समीक्षा की जा रही है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष बेमेतरा जिले में गत वर्ष की तुलना में 141 प्रतिशत सिंगल सुपर फास्फेट और 125 प्रतिशत एनपीके खाद की आपूर्ति हो चुकी है। डीएपी खाद के मुकाबले एसएसपी और एनपीके खाद भी अत्यंत उपयोगी और पोषक तत्वों से भरपूर हैं। एसएसपी में 16 प्रतिशत फास्फोरस और 11 प्रतिशत सल्फर होता है, जो फसलों की बेहतर वृद्धि के लिए लाभकारी है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य शासन ने इस वर्ष सहकारी समितियों और निजी दुकानों को खाद आबंटन का अनुपात 70:30 ...