दिनांक : 06-Dec-2025 01:08 PM
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Tag: naxali

आड़ावाल नक्सल पुनर्वास केंद्र “नवां बाट” में आत्मसमर्पित माओवादियों को मिल रहा आजीविका प्रशिक्षण

आड़ावाल नक्सल पुनर्वास केंद्र “नवां बाट” में आत्मसमर्पित माओवादियों को मिल रहा आजीविका प्रशिक्षण

Chhattisgarh
शासन की संवेदनशील पुनर्वास नीति का परिणाम है कि कभी बड़ी संख्या में माओवादी गतिविधियों में संलग्न युवा अब शांति के मार्ग के प्रगतिरत है। शासन की पुनर्वास नीति के तहत मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में आत्मसमर्पित माओवादियों को आजीविका गतिविधियों का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। ऐसे ही पुनर्वास केंद्र आड़ावाल में 69 नक्सल आत्मसमर्पित युवाओं को आजीविका गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिनमें 23 महिला एवं 12 पुरूषों को बकरी पालन के साथ-साथ फिनाइल एवं डिटर्जेंट निर्माण का प्रशिक्षण आरएसईटीआई के माध्यम से प्रदान किया जा रहा है। वहीं 34 पुरुष लाभार्थी ग्रामीण राजमिस्त्री के रूप में प्रशिक्षण आरएसईटीआई के माध्यम से दिया जा रहा है, ताकि वे मुख्यधारा में लौटकर आजीविका प्राप्त करने के साथ समाज में सम्मानपूर्वक अपना जीवन यापन कर सकें। इस पुनर्वास केन्द्र का आज बस्तर के संभागायुक्...
प्रदेश में नक्सलवाद समाप्त कर गढ़ेगें विकास की राह: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

प्रदेश में नक्सलवाद समाप्त कर गढ़ेगें विकास की राह: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

Chhattisgarh
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय गुरूवार को सुदर्शन चौनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में साक्षात्कार के दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को समाप्त कर लोगों का विश्वास जीतना और विकास की दिशा में आगे बढ़ना हमारी सरकारी की प्रमुख उद्देश्यों में से एक है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार इस उद्देश्य को धरातल पर लाने के लिए नियद नेल्लानार योजना के माध्यम से लोगों के जीवन स्तर को उन्नत बनाने का कार्य कर रही है। अब तक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के 327 गांव आबाद हो चुके हैं। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को रोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। नक्सलियों की गतिविधियों से निर्दाेष लोगों की मौत हो रहीं थी, आम लोगों की रक्षा करना सरकार का दायित्व है। हमारी सरकार ने नक्सलवाद को 31 मार्च 2026 तक समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। सरकार बनने के बाद ज्वाइंट टास्क फोर्स का गठन कर नक्सलवाद को समाप्त करने प्रयास जारी...
मार्च 2026 तक साकार होगा नक्सलमुक्त भारत का संकल्प – मुख्यमंत्री साय

मार्च 2026 तक साकार होगा नक्सलमुक्त भारत का संकल्प – मुख्यमंत्री साय

Chhattisgarh
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने गरियाबंद एवं नारायणपुर जिलों में नक्सल मोर्चे पर मिली बड़ी सफलता पर सीआरपीएफ की कोबरा कमांडो, छत्तीसगढ़ पुलिस और डीआरजी के जवानों को बधाई दी है। गरियाबंद जिले में हुई मुठभेड़ में अब तक 10 नक्सली ढेर किए गए हैं। इनमें ₹1 करोड़ के इनामी और केंद्रीय समिति सदस्य मोडेम बालकृष्णा उर्फ मनोज भी शामिल है। यह नक्सल उन्मूलन अभियान में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इसी क्रम में नारायणपुर जिले में भी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण की राह चुनी है। जनताना सरकार सदस्य, पंचायत मिलिशिया डिप्टी कमांडर, पंचायत सरकार सदस्य और न्याय शाखा अध्यक्ष सहित कुल 16 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह घटनाएँ इस बात का स्पष्ट प्रमाण हैं कि नक्सलियों की झूठी विचारधारा अब दम तोड़ रही है। छत्तीसगढ़ में विश्वास, विकास और शा...
बीजापुर : लंच विथ कलेक्टर में बच्चों ने कही मन की बात, 25 साल बाद लाल गलियारे से बाहर निकल देखा आजादी का जश्न

बीजापुर : लंच विथ कलेक्टर में बच्चों ने कही मन की बात, 25 साल बाद लाल गलियारे से बाहर निकल देखा आजादी का जश्न

Chhattisgarh
जिला प्रशासन बीजापुर द्वारा माओवादी भय के तिलस्म को तोड़कर भविष्य की नई इबारत लिखने की मुहिम को अमली जामा पहनाने का प्रयास कर रहा है । खास मौका था जश्ने आजादी का कार्यक्रम और 11 गांव के शाला त्यागी और अप्रवेशी बच्चों की मौजूदगी। ये बच्चे सामान्य परिवेश नहीं बल्कि उस इलाके से आए थे जहां सरकारी नुमाइंदों और दीगर लोगों के लिए  कदम रख पाना नामुमकिन होता है। बीजापुर ब्लॉक के एड्समेटा, करका, कोरचोली, तोड़का, सावनार, नेनड्रा, इतावर, उसूर ब्लॉक के भट्टीगुड़ा कोंडापल्ली, भोपालपटनम के अन्नाराम और भैरमगढ़ के कोतरापाल में वेंडे स्कूल दायकाल अभियान के तहत 20 सालों से बंद स्कूलों का इस साल पुनः संचालन किया गया। छत्तीसगढ़ सरकार के शांति विकास और सुरक्षा अभियान के तहत नियद नेल्लानार क्षेत्र को विकसित करने की मुहिम से 16 स्कूलों को फिर से संचालित किया गया। इन इलाकों में ज्यादातर स्थानों पर स्कूल खोलना एक बड़ी...
विशेष लेख: बस्तर में बदलाव – उम्मीद और विकास की नई सुबह

विशेष लेख: बस्तर में बदलाव – उम्मीद और विकास की नई सुबह

Chhattisgarh
कभी देश में नक्सलवाद के गढ़ के रूप में जाना जाने वाला बस्तर अब विकास, विश्वास और बदलाव की नई इबारत लिख रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार के मजबूत राजनीतिक संकल्प और सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयासों से यहाँ शांति बहाल हो रही है और विकास तेज़ी से अपना पाँव पसार रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार ने डेढ़ साल में ऐसा निर्णायक अभियान चलाया है कि नक्सलवाद अपनी अंतिम साँसें गिन रहा है। इस अवधि में 435 नक्सली मुठभेड़ों में मारे गए, 1,432 ने आत्मसमर्पण किया और 1,457 गिरफ्तार किए गए। सुरक्षाबल के जवानों ने माओवादियों के कंेद्रीय समिति के महासचिव बसवराजू को न्यूट्रलाईज करने में सफलता पाई है। बसवराजू माओवादी विचारधारा का केंद्र बिंदु था। बीजापुर के कर्रेगुड़ा में 31 नक्सलियों के मारे जाने को माओवादी आतंक के ताबूत में आखिरी कील माना जा रहा है। आत्मसमर्पण करने वालों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार न...
माओवादियों के खिलाफ सघन अभियान चलाया जाएगा शीध्र आत्मसर्मपण करें: कलेक्टर

माओवादियों के खिलाफ सघन अभियान चलाया जाएगा शीध्र आत्मसर्मपण करें: कलेक्टर

Chhattisgarh, Dantewada
बीजापुर जिले में माओवाद के विरूद्ध सघन अभियान चलाकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। जिसके चलते नक्सली बौखलाहट के कारण आम नागरिकों और बेकसूर और मासूम लोगों को क्षति पहुंचाने में निरंतर प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में जिला कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने नक्सलियों को प्रतिबंधित माओवादी विचार धारा व हथियार छोड़कर आत्मसर्मपण करने की बात कही कलेक्टर ने कहा कि अभी भी समय है विदेशी विचार धारा को छोड़ कर अपने और अपने आने वाली पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए आत्मसर्मपण करें और नई पुनर्वास नीति के तहत उनको पुर्नवास किया जाएगा। जो लोग पूर्व में आत्मसर्मपण किए हैं आज वे लोग मुख्य धारा में जुड़कर बेहतर जीवन जी रहे हैं और अपने परिवार अपने बच्चों के सुखद भविष्य की ओर अग्रसर हैं। आज जो शिक्षा स्वास्थ्य और विकास से ग्रामीणों को दूर रख कर है वह स्वयं उच्च शिक्षित है लैपटॉप, कम्प्यूटर और उच्च तकनीकी ज्ञान रखते हैं। नक्सलियो...
माओवादियों के खिलाफ सघन अभियान चलाया जाएगा शीध्र आत्मसर्मपण करें: कलेक्टर

माओवादियों के खिलाफ सघन अभियान चलाया जाएगा शीध्र आत्मसर्मपण करें: कलेक्टर

Chhattisgarh, Dantewada
बीजापुर जिले में माओवाद के विरूद्ध सघन अभियान चलाकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। जिसके चलते नक्सली बौखलाहट के कारण आम नागरिकों और बेकसूर और मासूम लोगों को क्षति पहुंचाने में निरंतर प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में जिला कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने नक्सलियों को प्रतिबंधित माओवादी विचार धारा व हथियार छोड़कर आत्मसर्मपण करने की बात कही कलेक्टर ने कहा कि अभी भी समय है विदेशी विचार धारा को छोड़ कर अपने और अपने आने वाली पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए आत्मसर्मपण करें और नई पुनर्वास नीति के तहत उनको पुर्नवास किया जाएगा। जो लोग पूर्व में आत्मसर्मपण किए हैं आज वे लोग मुख्य धारा में जुड़कर बेहतर जीवन जी रहे हैं और अपने परिवार अपने बच्चों के सुखद भविष्य की ओर अग्रसर हैं। आज जो शिक्षा स्वास्थ्य और विकास से ग्रामीणों को दूर रख कर है वह स्वयं उच्च शिक्षित है लैपटॉप, कम्प्यूटर और उच्च तकनीकी ज्ञान रखते हैं। नक्सलियो...